Friday, December 19, 2008

पढ़े विकिपीडिया अब अपने मोबाइल पर

विकिपीडिया के पाठकों के लिए खुशखबरी! अब आप सूचना या जानकारी जो विकिपीडिया के वेबसाइट से चाहते है उसे अब अपने मोबाइल से भी ढूंढ औए पढ़ सकतें है। विकिपीडिया ने अपने मोबाइल संस्करण को शुरू कर दिया है। विकिपीडिया को मोबाइल पर पढने के लिए आप अपने जी पी आर एस युक्त मोबाइल से mobile.wikipedia.org पर जा कर पढ़ सकते है व अपनी पसंद की जानकारी ढूंढ सकतें है। वेकिपेडिया ने इस मोबाइल वेबसाइट में ग्राफिक्स का बिल्कुल उपयोग नही किया है जिससे की वेब पेज तेजी से खुल सकतें है और आपको ज्यादा बाइट्स डाउनलोड नही करनी पड़ेगी। इस वेबसाइट को साधारण वैप युक्त मोबाइल से भी देखा जा सकता है।

अपने इन्टरनेट एक्स्प्लोरर को सुरक्षित करें

यदि आपने अपने इन्टरनेट एक्स्प्लोरर का सिक्यूरिटी अपडेट बंद कर रखा है तो उसे चालु कर के उसे अपडेट कर ले। 

क्यूंकि इन्टरनेट एक्स्प्लोरर के करीब दो मिलियन उपभोक्ताओं को इन्टरनेट एक्स्प्लोरर कि कमी कि वजह से वायरस के आक्रमण का शिकार होना पड़ा है। यही नही इसकी वजह से करीब दस हज़ार वेब साईट भी संक्रमित हुए है। 

बी बी सी कि एक वेबसाइट के हवाले से यह बताया गया है कि इन्टरनेट एक्स्प्लोरर मे कमी कि वजह से अपराधियों ने उपभोक्ताओं को संक्रमित वेब साइटों कि तरफ़ मोड़ दिया गया था और उससे उनके कम्प्यूटर भी संक्रमित हो गए। 

इसी सम्बन्ध मे माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही मे इन्टरनेट एक्स्प्लोरर का एक पैच निकाला है जिसकी मदद से उपभोक्ता अपने कम्प्यूटर को सुरक्षित कर सकतें है। माइक्रोसॉफ्ट के क्रिस्टोफर बड ने सभी इन्टरनेट एक्स्प्लोरर के उपभोक्ताओं को सलाह दी है कि वे अपने IE को जल्द से जल्द अपडेट कर लें। 

इन्टरनेट एक्स्प्लोरर ७ के उपभोक्ता ही इस कमी से सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए है। अतः सभी उपभोक्ताओं के हित मे है कि आजकल के अपराधिक गतिविधियों से बचने के लिए व वायरस के आक्रमण, व् फिशिंग से बचने के लिए ये पैच डाउनलोड या अपडेट कर ले। मेरी सलाह से इन्टरनेट एक्स्प्लोरर से ज़्यादा सुरक्षित मोजिल्ला फिरेफोक्स है। बाकी आपकी जैसी मर्ज़ी...

Tuesday, December 16, 2008

छटनी कर्मिओं को कुछ तो रहत मिली

केन्द्र सरकार ने कल मंदी के दौर मे छटनी के शिकार कर्मचारिओं को राहत के तौर पर जो एलान किया वो कुछ हद तकअच्छी ख़बर है । 

कल केन्द्र सरकार ने एलान किया है कि जो कर्मचारी कम से कम पाँच साल तक काम किया हो उन कर्मचारिओं को राजीव गाँधी श्रम कल्याण योजना के तहत छः महीने तक आधे औसत वेतन के बराबर बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा । 

श्रम मंत्री ओस्कर फर्नांडिस के अनुसार इसके तहत वे कर्मचारी भी बेरोजगारी भत्ता पाने के हकदार होंगे जो ई एस आई योजना मे कम से कम पाँच साल से सदस हों। 

 मंदी के इस भीषण दौर मे यह ख़बर कुछ तो राहत देती है लेकिन सरकार को अभी यह भी देखना है कि रोजगार सृजन की दिशा मे क्या महत्वपूर्ण कदम उठाये जा सकतें है। जिससे बेरोजगारी की समस्या और भयावह ना हो जाए। यह मंदी का दौर देखे अभी क्या क्या दिखाती है?