क्यूंकि इन्टरनेट एक्स्प्लोरर के करीब दो मिलियन उपभोक्ताओं को इन्टरनेट एक्स्प्लोरर कि कमी कि वजह से वायरस के आक्रमण का शिकार होना पड़ा है। यही नही इसकी वजह से करीब दस हज़ार वेब साईट भी संक्रमित हुए है।
बी बी सी कि एक वेबसाइट के हवाले से यह बताया गया है कि इन्टरनेट एक्स्प्लोरर मे कमी कि वजह से अपराधियों ने उपभोक्ताओं को संक्रमित वेब साइटों कि तरफ़ मोड़ दिया गया था और उससे उनके कम्प्यूटर भी संक्रमित हो गए।
इसी सम्बन्ध मे माइक्रोसॉफ्ट ने हाल ही मे इन्टरनेट एक्स्प्लोरर का एक पैच निकाला है जिसकी मदद से उपभोक्ता अपने कम्प्यूटर को सुरक्षित कर सकतें है।
माइक्रोसॉफ्ट के क्रिस्टोफर बड ने सभी इन्टरनेट एक्स्प्लोरर के उपभोक्ताओं को सलाह दी है कि वे अपने IE को जल्द से जल्द अपडेट कर लें।
इन्टरनेट एक्स्प्लोरर ७ के उपभोक्ता ही इस कमी से सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए है। अतः सभी उपभोक्ताओं के हित मे है कि आजकल के अपराधिक गतिविधियों से बचने के लिए व वायरस के आक्रमण, व् फिशिंग से बचने के लिए ये पैच डाउनलोड या अपडेट कर ले। मेरी सलाह से इन्टरनेट एक्स्प्लोरर से ज़्यादा सुरक्षित मोजिल्ला फिरेफोक्स है। बाकी आपकी जैसी मर्ज़ी...
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